उन्नत नेत्र केन्द्र (एडवांस आई सेंटर)

 

उन्नत नेत्र केन्द्र (एडवांस आई सेंटर) का उद्घाटन माननीय उप-राष्ट्रपति श्री भैरों सिंह शेखावत द्वारा शनिवार मार्च १८, २००६ को  स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. अंबुमणि रामादौस की उपस्थिति में हुआ था।  वर्ष १९६२ मैं स्थापित होने के उपरांत, नेत्र विज्ञान विभाग ने चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू व कश्मीर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के राज्यों के मरीजों को भी सर्वोच्च स्तर की नेत्र देखभाल प्रदान की है। केंद्र के महत्वपूर्ण अभिप्राय नेत्र चिकित्सकों का प्रशिक्षण, अनुसंधान और नेत्र रोगीओं की देखभाल हैं। गत ४३ वर्षों में यहाँ देश के विभिन्न हिस्सों से आए २३३ डाक्टरों को एम॰एस॰ उपाधि (नेत्र विज्ञान) के लिए सफलतापूर्वक प्रशिक्षण दिया गया।

 

इस केंद्र में कई विशेष क्लीनिक और सेवाओं चलायी जाती हैं जैसे की लेंस, कॉर्निया, यूविया, मोतियाबिंद, कांचाबिन्दु (ग्लोकोमा), रेटिना और वित्रयस, बाल नेत्र चिकित्सा और तिर्यकदृष्टि, संपर्क / निकटवर्ति नेत्र लेंस और मंददृष्टि सहायक यंत्र, ओकुलों-प्लास्टिक (लोचन नवसृजन की शल्यप्रक्रिया) और नेत्र कैंसर क्लिनिक इत्यादि। भारत में पहली बार रेटिना रोगों और मोतियाबिंद का लेजर उपचार जुलाई १९८९ में शुरू किया गया था। उत्कृष्ट स्तर की रोगी देखभाल और सेवा उन्नत नेत्र केन्द्र का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य है.