अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण केंद्र (बोने मेरो ट्रांसप्लांट सेंटर)

 

पी॰जी॰आई॰एम॰ई॰आर॰, चंडीगढ़ के अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण केन्द्र का उद्घाटन माननीय राज्य मंत्री श्री कपिल सिब्बल द्वारा किया गया था। आंतरिक चिकित्सा विभाग को नौवीं योजना के तहत अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण केन्द्र स्थापित करने का कार्य दिया गया था जो की दसवीं योजना की अवधि के लिए बढ़ा दिया गया था। पी॰जी॰आई॰ में प्रतिवर्ष लगभग १०००-१५०० नए और ६०००-७००० अनुवर्ती हिमेटोलोजिकल विकार के रोगियों को वयस्क और बाल चिकित्सा रुधिर कैंसर क्लिनिकों में देखा जाता है। यह संख्या हर साल लगातार बढ़ती जा रही है। आंतरिक चिकित्सा विभाग ने १९७५ के आसपास रुधिर-ल्यूकेमिया क्लिनिक शुरू करा था।

 

प्रत्यारोपण कार्यक्रम में भाग लेने वाले निम्न विभाग हैं: आंतरिक चिकित्सा, बाल रोग हीमेट-ऑन्कोलॉजी, रेडियोथेरेपी और रक्ताधान चिकित्सा। बुनियादी विभागों मैं रुधिर विज्ञान, इम्युनोपैथोलोजी, सूक्ष्म जीव विज्ञान और विषाणु विज्ञान सम्मिलित हैं।

 

पिछले दो वर्षों में माइलोमा (हड्डियों से जुड़े एक प्रकार के रक्त कैंसर) के चार मरीजों में ऑटोलॉगस स्टेम कोशिका प्रत्यारोपण हुए हैं। इस केंद्र मैं पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू व कश्मीर, उत्तर प्रदेश, उत्तरांचल, राजस्थान, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, मणिपुर के राज्यों से मरीज़ आते हैं। पी॰जी॰आई॰ में इस सुविधा के शुरू होने से यहाँ आने वाले मरीजों को अत्यंत लाभ होगा। पी॰जी॰आई॰ के अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण केन्द्र मैं ४ बिस्तर हैं तथा ६-बिस्तर अगले कदम की चिकित्सा के लिये हैं। प्रारंभिक योजना ऑटोलॉगस स्टेम कोशिका प्रत्यारोपण की है और आलोजेनीक प्रत्यारोपण इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगा। आलोजेनीक प्रत्यारोपण की अनुमानित लागत ५ लाख रुपये होगी, जबकि एक वयस्क रोगी के लिए ऑटोलॉगस अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण की अनुमानित लागत ३ लाख रुपये है।