उन्नत बाल चिकित्सा केंद्र (एडवांस पीडीयाट्रिक सेंटर)

 

उन्नत बाल चिकित्सा केंद्र (एडवांस पीडीयाट्रिक सेंटर) की अवधारणा इस उद्देश्य से की गयी थी की न केवल यहाँ गंभीर रोगों से ग्रस्त बच्चों को उच्चतम श्रेणी की चिकित्सा देखभाल प्रदान हो, अपितु यहाँ से ग्रामीण समुदाय-आधारित स्वास्थ्य सेवाओं के प्रतिमान स्थापित व विस्तररित भी किए जाएँ। यह शीर्ष बहुविशेषता-युक्त संस्थान देश में अपनी तरह का एकमात्र ही है।

विशेष रूप से बच्चों की देखभाल के लिए स्थापित इस ३०० बिस्तरों वाले उन्नत बाल चिकित्सा केंद्र के निम्नलिखित उद्देश्य हैं :

१.        बच्चों को ग्रस्त करने वाले जटिल और गंभीर रोगों का उच्च गुणवत्तापूर्ण इलाज

२.       बालरोगों की अति-विशिष्ट विशेषताओ में बाल रोग विशेषज्ञों को प्रशिक्षित करना

३.       उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के विकासशील देशों में प्रचलित बाल स्वस्थ्य समस्याओं और बीमारियों में अनुसंधान करना

४.      समुदायिक स्वास्थ्य सेवाओं के वितरण के प्रतिरूप स्थापित करना तथा समुदाय में बाल्य जीवन संरक्षण-संबंधित राष्ट्रीय कार्यक्रमों के समर्थन मे निरंतर कार्यरत रहना

 

इस विभाग के मुख्य घटक हैं : बाल रोग विभाग (सभी उप-विशेषताओं सहित) और बाल शल्य चिकित्सा विभाग। बाल रोग विभाग के तहत नियोनेटोलॉजी, एलर्जी और क्लीनिकल इम्यूनोलॉजी, पेडियात्रिक गहन इलाज (इंटैन्सिव केयर), बाल छाती और फेफरो के रोग, रुधिर विज्ञान और बाल्य काल के कैंसर, न्यूरो-विकास इकाई, आनुवांशिक व चयापचय रोग, शारीरिक नृ-मापन विज्ञान, बाल मनोविज्ञान और समुदाय के बाल रोगों की विशेषतायें सम्मिलित हैं।

 

सेवा एवं अनुसंधान प्रयोगशालायेँ: रुधिर विज्ञान, सूक्ष्मजीवी विज्ञान, रसायन शास्त्र और रेडियोलोजी प्रयोगशालायेँ ए॰पी॰सी॰ में उपलब्ध हैं। आनुवंशिकी, एलर्जी और क्लीनिकल इम्यूनोलॉजी और विशेष रुधिर विज्ञान जैसी कई विशिष्ट प्रयोगशालायेँ भी विद्यमान हैं। केंद्र मैं फेफड़ों की कार्यशीलता के परीक्षण और ब्रोंकोस्कोपी के लिए सुविधायेँ लभ्य है। कई विशिष्ट सेवाएं भी प्रदान की जा रही हैं, जैसे की थैलासेमिया-ग्रस्त बच्चों को ५००० से अधिक रक्त संचारण प्रतिवर्ष दिये जाते है। इस कार्य मैं “थैलासेमिक बच्चों का कल्याण संघ” सहयोग देता है जो की इन बच्चों के माता-पिताओं का स्वयंसेवी संगठन है।